Benefits of Ayatul kursi: आयतल कुर्सी की फजीलत

Benefits of Ayatul kursi: आयतल कुर्सी की फजीलत
  • कुरान मज़ीद के आयतों मे सबसे अजमत वाली आयत आयतल कुर्सी है। सोते वक्त तिलावत करने से शैतान करीब नहीं आ सकता, अल्लाह ताला की तरफ से निगरानी होती है।
  • हर नमाज के बाद पढ़ने वाला जन्नती होगा।
  • जो इंसान जुम्मा के दिन असर के नमाज़ के बाद 313 बार आयतल कुर्सी पढ़े तो उसे ऐसी खैरो बरकत हासिल हो जो कयास मे न आये। 
  • इसमे इस्म आजम शरीफ़ अल्हय्युम कय्यूम है। 
  • आयतल कुर्सी मे 50 कलमे हैं और हर कलमे मे 50 बरकते हैं। 
  • जो शख़्स हर नमाज़ के बाद आयतल कुर्सी को पढ़े अल्लाह ताला उसको शाकिरों का कलब और सिद्दीकों का अमल और अंबिया का सवाल आता फरमाता है और अपने दस्त ए रहमत को उसके लिए फराह करता है और उसको बहेस्त मे दाख़िल होने से कोई चीज मना नहीं करती सिवाय मौत के। 

  • इमाम जाफर सादिक र.अ. ने फरमाया जो आयतल कुर्सी को पढ़ेगा शैतान के वसवसे से महफूज़ रहेगा और अगर गरीब हो तो मालदार हो जायेगा और जहाँ से गुमान न हो रिज्क़ पहुंचेगा और जबतक अपनी जगह जन्नत मे न देख ले नहीं मरेगा।